08:00 am – 07:30 pm
The temple remains closed between 11:00 am to 05:30 pm
Chir Ghat or Cheer Ghat, Vrindavan
Chir Ghat is one of the holiest ghats (series of steps leading down to a water body) on the banks of the river Yamuna. This is the place where the famous pastime of Baby Krishna stealing the clothes of the Gopis (Cowherd Maidens) of Vrindavan took place. This place was earlier just on the banks of River Yamuna. But over the years, as Yamuna has changed its course, now Chir Ghat stands at some distance from the Yamuna. There is an ancient Kadamba tree at this place which is still existing since the time of Lord Krishna. Devotees of Vrindavan still worship this tree and even make offerings to this tree. Its also said in the Vedas, that Shri Krishna rarely goes to the samadhis of Paramhans, but here in Braj, he is stealing the clothes of Gopis. That’s why the Braj Ras (Bliss of Braj) is highest among all (i:e among Saket Lok, Vaikunth Lok etc). As Shri Krishna states himself in Gita: “ye yathā māṁ prapadyante tāns tathaiva bhajāmyaham” Bhagwat Gita(4.11), Sri Krishna says “In whatever way people surrender unto me, I reciprocate with them accordingly”.
चीर घाट वृन्दावन
चीर घाट यमुना नदी के तट पर सबसे पवित्र घाटों (नीचे की तरफ सीढ़ियों की एक श्रृंखला) में से एक है। यह वह स्थान है जहाँ वृंदावन में गोपियों के वस्त्र चोरी करने की लीला श्री कृष्ण ने द्वापर युग में सम्पन्न की थी । ये स्थान पहले यमुना नदी के तट पर था। लेकिन वर्षो बाद, यमुना ने अपना रास्ता बदल दिया, अब चीर घाट यमुना से कुछ दूरी पर है। इस स्थान पर एक प्राचीन कदंब वृक्ष है जो अभी भी भगवान श्री कृष्ण के समय से विद्यमान है। वृंदावन के भक्त अब भी इस वृक्ष की पूजा करते हैं और यहाँ तक कि इस वृक्ष को प्रसाद भी चढ़ाते हैं। वेदों में यह भी कहा जाता है कि श्री कृष्ण अत्यंत कठिनता से ही कभी परमहंसों की समाधि में जाते हैं, लेकिन यहाँ ब्रज में, प्रेम में वशीभूत होकर वह गोपियों के वस्त्रों को चोरी कर रहे हैं । यही कारण है कि ब्रज रस सभी रसों में सबसे ज्यादा रसमय एवं प्रसिद्ध है (साकेत लोक, वैकुंठ लोक आदि में)। ईश्वर के रूप में श्री कृष्ण गीता में कहते हैं: भगवद गीता (4.11), श्री कृष्ण कहते हैं, “जिस भाव से लोग मुझे आत्मसमर्पण करते हैं अर्थात मुझे भजते हैं, मैं भी उन्हें वैसे ही भजता हूँ “।
Nidhivan Temple Timings Vrindavan
ग्रीष्मकाल
प्रातः काल : 05:00 प्रातः से 08:00 रात्रि
शीतकाल
प्रातः काल : 06:00 प्रातः से 07:00 रात्रि
Vrindavan is considered a significant place for spiritual seekers, offering them an opportunity to connect with the divine and experience the devotion and love associated with Lord Krishna and Radha.